Tuesday, December 30, 2008

शायद तुम समझ भी जाती

जो आंसू बहाया में तेरे प्यार में
अगर तुझे इस जुबा से कह सकता तो शायद तुम समझ भी जाती
जिस तरह तेरे लिए तड़प रहा हुँ
अगर तुझे इस जुबा से कह सकता तो शायद तुम समझ भी जाती
तेरे प्यार में ऐसे खोगाया की
मै बोलना ही भूल गया

एक बात

सोचा था की कही जाके अपना मंजिल एक हो जाएगा
जैसे कदम बदते गए मंजिल में दरार आगये
ख्वाबोंकी महल ऐसे ज़मीन से चिपक गई
जब रुक्सत में भी तुमने एक बात नही कही

टूटे हुए शीशे

कभी न सच होगा वो सपना देख लिया
जो मुझे समझ नही सकती थी उससे दिल लगा बैठा
गलतिया मै हमेशा करता रहा
फिर भी नजाने इस किस्मत को क्यों कोसता रहा
अब बस होगया है इस दौड़ से
हाथ बस कुछ टूटे हुए शीशे मिले

किससे कहे

तुम्हारी याद आती है मगर ये किससे कहे,
निगाहे इंतज़ार करते है तुम्हारा मगर ये किससे कहे
तुम्हे आज भी चाहते है, मगर ये किससे कहे
हर चीज़ में तेरी कमी महसूस करते है मगर ये किससे कहे

Monday, December 29, 2008

मतलब नही होता

ये दिन ये रात कोई फरक नही करता,
तेरे लिए बहाए जो आंसू उनका कोई मोल नही लगा सकता
जिंदा है एक तेरे आँस लिए
वरना इस जिंदगी का कोई मतलब नही होता

Sunday, December 28, 2008

मेरी जिंदगी को ऐसे वीरान बनाके ना जा

मेरी जिंदगी को ऐसे वीरान बनाके ना जा
तुझे कसम है मेरी, मेरे प्यार को ठुकराके ना जा
जिँदा हूँ तेरे एक जालक के सहारे
ऐसे मुझे मिटाके ना जा

Saturday, December 27, 2008

मेरी जिंदगी की हर साँस में हो तुम

मेरी जिंदगी की हर साँस में हो तुम,
मेरी ख्वाब नही मेरी हकीक़त हो तुम
खोदिया तुझको तो जिवुंगा कैसे
कबर में भी चैन नही मिलेगा मुझे

Saturday, December 13, 2008

आँखोंके आँसुवोंको आँखों में ही सुखा रहे है

आँखोंके आँसुवोंको आँखों में ही सुखा रहे है
इस दिल के दर्द को मुस्कराहट के आड़ में छिपा रहे है
गम हमें हमारे अपनोंसे मिला है
किसी को अपना बनाने का खता भी तो हम ही ने किया है

Friday, December 12, 2008

उम्मीदे बनता रहा मैं

उम्मीदे बनता रहा मैं
और ख्वाब एक के बाद एक टूटते गए
अब न कुछ पाने की चाहत है
न कुछ खोने की डर है

Wednesday, December 10, 2008

कभी दौड़ता था खुशी के पीछे

कभी दौड़ता था खुशी के पीछे
अब गम के साथ खुश हूँ
थे कुछ अरमान इस दिल मे
जो हमेंशा हमेंशा के लिए टूट गए है