शायद तुम समझ भी जाती
जो आंसू बहाया में तेरे प्यार में
अगर तुझे इस जुबा से कह सकता तो शायद तुम समझ भी जाती
जिस तरह तेरे लिए तड़प रहा हुँ
अगर तुझे इस जुबा से कह सकता तो शायद तुम समझ भी जाती
तेरे प्यार में ऐसे खोगाया की
मै बोलना ही भूल गया
एक बात
सोचा था की कही जाके अपना मंजिल एक हो जाएगा
जैसे कदम बदते गए मंजिल में दरार आगये
ख्वाबोंकी महल ऐसे ज़मीन से चिपक गई
जब रुक्सत में भी तुमने एक बात नही कही
टूटे हुए शीशे
कभी न सच होगा वो सपना देख लिया
जो मुझे समझ नही सकती थी उससे दिल लगा बैठा
गलतिया मै हमेशा करता रहा
फिर भी नजाने इस किस्मत को क्यों कोसता रहा
अब बस होगया है इस दौड़ से
हाथ बस कुछ टूटे हुए शीशे मिले
किससे कहे
तुम्हारी याद आती है मगर ये किससे कहे,
निगाहे इंतज़ार करते है तुम्हारा मगर ये किससे कहे
तुम्हे आज भी चाहते है, मगर ये किससे कहे
हर चीज़ में तेरी कमी महसूस करते है मगर ये किससे कहे
मतलब नही होता
ये दिन ये रात कोई फरक नही करता,
तेरे लिए बहाए जो आंसू उनका कोई मोल नही लगा सकता
जिंदा है एक तेरे आँस लिए
वरना इस जिंदगी का कोई मतलब नही होता
मेरी जिंदगी को ऐसे वीरान बनाके ना जा
मेरी जिंदगी को ऐसे वीरान बनाके ना जा
तुझे कसम है मेरी, मेरे प्यार को ठुकराके ना जा
जिँदा हूँ तेरे एक जालक के सहारे
ऐसे मुझे मिटाके ना जा
मेरी जिंदगी की हर साँस में हो तुम
मेरी जिंदगी की हर साँस में हो तुम,
मेरी ख्वाब नही मेरी हकीक़त हो तुम
खोदिया तुझको तो जिवुंगा कैसे
कबर में भी चैन नही मिलेगा मुझे
आँखोंके आँसुवोंको आँखों में ही सुखा रहे है
आँखोंके आँसुवोंको आँखों में ही सुखा रहे है
इस दिल के दर्द को मुस्कराहट के आड़ में छिपा रहे है
गम हमें हमारे अपनोंसे मिला है
किसी को अपना बनाने का खता भी तो हम ही ने किया है
उम्मीदे बनता रहा मैं
उम्मीदे बनता रहा मैं
और ख्वाब एक के बाद एक टूटते गए
अब न कुछ पाने की चाहत है
न कुछ खोने की डर है
कभी दौड़ता था खुशी के पीछे
कभी दौड़ता था खुशी के पीछे
अब गम के साथ खुश हूँ
थे कुछ अरमान इस दिल मे
जो हमेंशा हमेंशा के लिए टूट गए है