Thursday, May 08, 2008

हमने तो उनके दिल की खूबसूरती को उनके आँखोंसे देखा था

हमने तो उनके दिल की खूबसूरती को उनके आँखोंसे देखा था
अपनी हर ख्वाब को उन्ही से जोड़ रखा था
बिखर गया वो आशियाना जिसे शायद बिखरना ही था
हल्का सा था हवा का वो जोंका उसीका का शायद इंतजार था!

जो कभी हकीक़त बनते ही नहीं वो ख्वाब सजते क्यों है

जो कभी हकीक़त बनते ही नहीं वो ख्वाब सजते क्यों है
किसीको देखके दिल के धड़कने बड़ते क्यों है
वो दूर से दिल के इतने करीब आता क्यों है
जो कभी अपने बन ही नहीं सकते महोब्बत के वो फूल खिलते ही क्यों है


हँसा हँसा कर ही रुला गया कोई

हँसा हँसा कर ही रुला गया कोई
पास आके युही दूर चला गया कोई
ख्वाब दिखाके खुद ही उन्हें तोड़ गया कोई
हम जुबा से कुछ कह भी पाते इससे पहले ही हमें तनहा कर गया कोई


Wednesday, May 07, 2008

जी रहा हूँ मगर पता नही के जिंदा हूँ भी या नही

जी रहा हूँ मगर पता नही के जिंदा हूँ भी या नही
मुस्कुरा रहा हूँ लेकिन पता नही खुश हूँ भी या नही
ऐसे कई सवाल है जिनका शायद मेरे पास कोई जवाब नही
देखा था कभी ख्वाब वो अब हकीक़त होगा नही

Monday, May 05, 2008

यूँ आपसे नज़रे मिले है

यूँ आपसे नज़रे मिले है
हमने अपनी सारी ख़ुशी उनमे पाया है
हमसे अब और इंतजार नहीं होगा
जताना है हमें तुमसे अपनी दिल की बात, जो आपकी मर्ज़ी होगी वो हमें मंजूर होगा!

Sunday, May 04, 2008

ಪುಟಗಳ ನಂತರ ಪುಟಗಳ ತಿರುಗಿಸಿದೆ

ಪುಟಗಳ ನಂತರ ಪುಟಗಳ ತಿರುಗಿಸಿದೆ
ಪ್ರತಿ ಪುಟದಲಿ ನಿನ್ನ ಬಿಂಬ ಕಂಡೆ
ಮರೆಯಾಗಿ ಹೋದೆ ಇಂದು ನಿ, ಮೋಡಗಳ ಹಿಂದೆ ಮರೆಯಾದ ಚಂದಿರನಂತೆ
ನಿನ್ನ ನೆನಪೊಂದುಂಟು ಕಣ್ಣ ನೀರನು ಕರಗಿಸಲೆಂದು

ಮಣ್ಣಲ್ಲಿ ಮಣ್ಣಾದೆ, ಧೂಳಾದರು ನಿನ್ನ ಘನತೆಗೆ ತಟ್ಟದಂತೆ ನಿಂತೆ

ಮಣ್ಣಲ್ಲಿ ಮಣ್ಣಾದೆ, ಧೂಳಾದರು ನಿನ್ನ ಘನತೆಗೆ ತಟ್ಟದಂತೆ ನಿಂತೆ
ನಿ ಬಯಸುವ ಪ್ರತಿ ಬಯಕೆ ಇಡೇರಲೆಂದು ಆಶಿಸಿದೆ
ನಿನ್ನಿಂದ ಅಗಲಿ ಬಾಳಲಾರನೆಂದು ಗೊತ್ತಿದ್ದೂ ನಿನ್ನ ದಾರಿಯಿಂದ ನಾ ದೂರ ಸರಿದೆ
ಈ ವ್ಯಥೆ ಬರಿ ನನ್ನದಾಗಿರಲಿ, ನಿನ್ನ ಜೀವನ ಸಂತಸದಿಂದಾ ತುಂಬಿರಲಿ.